नई पुस्तकें >> अंडमान की चुनिंदा कहानियाँ अंडमान की चुनिंदा कहानियाँव्यास मणि त्रिपाठी
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अंडमान की चुनिंदा कहानियाँ
कालापानी का सेलूलर जेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों पर हुए बर्बर अत्याचारों का ऐसा अध्याय रहा है, जो तत्कालीन अंग्रेज सरकार की सामंतवादी सोच को उजागर करता है। अंग्रेजों की स्पष्ट सोच थी कि बदलाव की विचारधारा को समाज से जितना दूर रखा जाए, उतना ही उनका शासन मजबूत होगा। इसी मानसिकता को रेजिनाल्ड-क्रैडाक ने ‘सेप्टिक टैंक व निरापद हिरासत’ का सिद्धांत कहा। इस सिद्धांत के अनुसार जहरीली गैस को टैंक के अंदर ही रहने देने व उसके उत्पादों को निरापद हिरासत में रखना आवश्यक है। यहाँ जहरीली गैस से तात्पर्य राजनैतिक बंदियों के खतरनाक विचारों से था। सेप्टिक टैंक का अर्थ अंडमान जैसी दंडी-बस्तियों से था, जो निरापद होने के साथ-साथ इस तरह से हों जहाँ से पलायन संभव नहीं हो। इस तरह कालापानी या अंडमान के शहर-कस्बे लंबी सजाओं के बाद जेल से छूटे, दूरदराज से आए लोगों से मिल कर बसे। कालापानी जैसे सुदूर क्षेत्र में रहकर हिंदी में कहानी लिखने वालों की रचनाएँ वास्तव में उस धरती के इतिहास, संस्कृति, संघर्ष, आचार-व्यवहार का जीवंत चित्र हैं। इस संकलन में ऐसे ही 6 लेखकों की कहानियों को संकलित किया गया है।
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